1920 में लिखी किताब आज के आधुनिक निवेशकों को वित्तीय मामलों को लेकर भला क्या सलाह दे सकती है? यह जॉर्ज क्लासन की तरफ से मजेदार कहावतों का एक संग्रह है, जो मुद्रा की आधारभूत बातों को विस्तार से समझाता है। पैसे की दुनिया से अभिभूत शख्स हो या जबरदस्त अनुभवों से लैस निवेशक या कोई साधारण मनुष्य, यह किताब हर किसी के लिए हैरतअंगेज, ताजगी से भरपूर महान् उपहार है।आपके सामने आपका भविष्य फैला हुआ है, जैसे एक राह दूर तक जाती हुई नजर आती है। उस राह पर आपकी उम्मीदें हैं, जिन्हें आप पूरी होते हुए देखना चाहते हैं। इच्छाएँ हैं, जिन्हें आप पूरा करना चाहते हैं।अपनी आकांक्षाओं और उम्मीदों को पूरा करने के लिए निश्चित रूप से आपका पैसे को लेकर सफल होना पहली अनिवार्य शर्त है। आगे आनेवाले पन्नों में दिए गए वित्तीय सिद्धांतों का इस्तेमाल करें। उन सिद्धांतों का पालन करके अपने अभावग्रस्त जीवन को दूर कर दुबले-पतले पर्स को भरने, खुशहाल जीवन जीने के लायक मोटा पर्स बनाने में प्रयोग करें।गुरुत्व के सिद्धांत की ही तरह, मुद्रा के ये नियम सार्वभौमिक हैं और कभी न बदलनेवाले हैं। वे आपके लिए भी फायदेमंद साबित होंगे, क्योंकि उन नियमों ने इतिहास में भी अपने आप को कई बार साबित किया है। यह तय है कि आपका पर्स मोटा हो जाएगा, बैंक बैलेंस बड़ा होगा और वित्तीय उन्नति की आपकी इच्छा पूरी होगी।